खूबसूरत से हस्ताक्षर - नीता झा
पिछले कुछ दशकों से हमारी जीवन शैली में बहुत ज्यादा बदलाव आए हम बहुत बड़ी जगहों और खुले हवादार घरों से हट कर छोटे घरों या अपार्टमेंट में रहने लगे आबादी का बढ़ना, संयुक्त परिवारों का विघटन और महिलाओं के सभी छेत्रों में सफलतापूवर्क पदार्पण ने परिवार की व्यवस्थाओं और जीवनयापन के तरीकों में काफी बदलाव देखा गया है। जिससे बाजारवाद ने हमारे देश में अपनी पैठ गहरे तक जमा ली अब हमारे घरों में साल भर के अनाज, अचार, पापड़ जैसे खाद्य संरक्षण का चलन काफी कम हो गया है। अब दीवारों पर हाथ की बनी पेंटिंग, घर में जगह जगह पर सभी सदस्यों के शौक और कला के खूबसूरत हस्ताक्षर नहीं दिखते अब तो हर प्रान्त हर की चीजें हर तरह की सभी चीजें घर बैठे ऑनलाईन मार्केटिंग के माध्यम से बड़ी आसानी से मिलने लगी हैं। इसके फायदे तो हैं आप दुनियां के किसी भी कोने में हों अपने पसन्द की चीजें सहजता से पा सकते हैं साथ ही नुकसान ये भी है कि हम जो चीजें अपने घर में तैयार करते थे उन्हें भी खरीदने लगे हैं इससे समय तो बचा किन्तु नई पीढ़ी उन चीजों को बनते नही देख पाई इससे उन्हें उसपर की गई मेहनत और आपकी कलात्मकता नहीं दिखी अभी लॉक डाउन में आप ज्यादा नहीं लेकिन थोड़े बहुत ही सही अपनी कलात्मक अभिरुचियों के साथ अपने अपनो को भी जोड़िए परिवार आपका है, आपसे प्रेम करता है, गुण भी कुछ कुछ आपसे ही होंगे तो सम्भव है अभिरुचियों में भी समानता हो बस कभी इस ओर ध्यान नही गया तो देर किस बात की मिलकर कुछ बनाइये साथ ही अपने रिश्तों में मधुरता भी बढ़ाइए कर लीजिए मिलजुल अपने घर में खूबसूरत से हस्ताक्षर
" प्यार की स्याही और उम्मीद के कागज़ पर
चलो लिखें खुशनुमा लम्हों के मीठे तराने "
नीता झा
Ati uttam vichar aisa karke hi ham apno ke virasat ko sanjo sakate hai bilkul sahi baat kkahi neeta tumane badhai ho
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा भाभी आपने हैम दिन ब दिन रेडीमेड वस्तुओं की ओर आकर्षित हो रहे है,मगर अचानक हुए लॉक डॉउन से हर व्यक्ति अपनी छुपी हुई प्रतिभा को सामने ला रहा है।ऐसे में हमसब भी सामने आना चाहते है,एक नई प्रतिभा को लेकर।मैं आपके साथ हूँ।
जवाब देंहटाएंBahot badhiya didi.
जवाब देंहटाएंआपलोगों को मेरे विचार अच्छे लगे और प्रतिक्रिया भेजे इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद अगर साथ मे आपलोग अपना नाम लिखेंगे तो अच्छा रहेगा इसमे नाम नहीं दिखता है
जवाब देंहटाएंबहुत ही उत्तम विचार हैं, मैं चाहूंगा कि कृपया आप एक लेख राज्यों में राजस्व के लिए शराब दुकानों पर लिखें...
जवाब देंहटाएंवेदान्त झा