प्रकृति का वरदान-" हरियाली " ५ - नीता झा
इलायची
हमारे आराध्य देवी- देवताओं एवं पितरों को भोग लगाने के बाद दिए जाने वाले मुखवास में इलायची का विशेष महत्व होता है। सोने व चांदी के वरक वाली इलायची भी प्राचीन काल से प्रचलन में है। इलायची स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ- साथ स्वादिष्ट भी होती है। भारतीय व्यंजनो में इलायची का ख़ास महत्व होता है। खास कर मिठाइयों में इलायची डालना जरूरी सा होता है। क्योंकि स्वाद के साथ ही इलायची पाचन में भी सहयोग करती है। कब्ज़ ठीक करने,पेट की चर्बी कम करने, बालों को मजबूत करने, रूसी खत्म करने, खून साफ करने, मुह का स्वाद ठीक करने, मुह के छाले ठीक करने में उपयोग करते हैं। इलायची का सेवन, जी मिचलाने, भूख कम लगने में भी इलायची खाना अच्छा होता है,इलायची खाने से मुह की दुर्गन्ध भी दूर होती है। इलायची के छिलके को दांतो पर रगड़ने पर दांत साफ होते हैं। किसी के लिए एक दिन में एक या दो इलायची खाना पर्याप्त होता है
नीता झा
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