कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं - नीता झा

कृष्ण सुदामा, कृष्ण ही राधा

कृष्ण रूक्मिणी, कृष्ण ही मीरा

कृष्ण देवकी, कृष्ण ही हलधर

कृष्ण गोपियाँ कृष्ण ही कंस

फिर झगड़ा कैसा कहो तुम

मन के भीतर झांक सको तो

पूरी मथुरा मन के ही अंदर

रूप बदल कर भाव दिखाते

तुम ही नर तुम ही नारायण

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