नेताजी की पुण्य स्मृति – नीता झा।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की पुण्य स्मृति अपने आप मे वंदनीय है। आपने अपनी सारी शक्ति, सारी ऊर्जा देश के लिए लगाई और हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गए।
भारत को स्वतंत्र करनेवाले असंख्य वीरों, वीरांगनाओं का अनन्त काल तक हर भारतिय नागरिक ऋणी रहेगा। जिस तरह हम कुछ भी करलें माता - पिता के ऋणी ही रहेंगे वैसे ही जिस भी काल मे जिस किसी ने भी किसी भी तरह की भारत माता की रक्षा की है देशभक्ति का काम किया है। वह सदैव वंदनीय रहेंगे।
हमे भी यह याद रखना चाहिए हम भी उसी भारत माता की संतान हैं तो अपने देश के प्रति हमारा भी कुछ फ़र्ज़ है जिसे निभाना अन्य दायित्वों की तरह ही आवश्यक है।
जिस तरह एक आदर्श परिवार में हर व्यक्ति की अपनी अहमियत और जिम्मेदारी होती जिसे वो सहज भाव से सम्पन्न करते हैं। वो भी अपने व्यक्तिगत कार्यों मनोरंजन इत्यादि अन्य गतिविधियों के साथ ठीक वैसे ही हर व्यक्ति को अपने जीवन काल मे अपनी समस्त जिम्मेदारियों के साथ साथ देश हित के कोई न कोई काम अवश्य करने चाहिए। समय कभी रुकता नहीं है। चलायमान है। ऐसे में हमे जो कुछ भी करना है वह निश्चित समय मे ही करना है। जिसे हमारे बाद हमारी आनेवाली पीढ़ियां हमे उसी रूप में याद करेंगी तो ऐसे में हमारी जिम्मेदारी दोहरी हो जाती है देश और अपना कुटुम्ब।
अब सवाल ये उठता है। क्या करें जो लोग हमें अच्छे इंसान की तरह याद रखें हमारे बाद भी हम लोगों को कुछ अच्छे विचार देते जाएं तो यह सभी को अपना काम अच्छे से और ईमानदारी से करना चाहिए।
कुछ काम जैसे वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण, विद्या दान, आवश्यक वस्तुओं का दान, श्रमदान इत्यादि करना और लोगों को प्रोत्साहित करते रहना चाहिए।
बचपन से ही बच्चों को अच्छी बातें बतानी भी चाहिए औरउनके सामने अपना आचरण व्यवहार भी उत्तम रखना चाहिए।
ऐसे ही छोटे छोटे प्रयास करके हम अपने पूर्वजों को सच्ची आदरांजलि दे सकते हैं।
धन्यवाद
नीता झा
बहुत सही। घर परिवार की जिम्मेदारियों के साथ ही प्रकृति, देश एवं मानव समाज के लिए कुछ सकारात्मक करना भी हमारा कर्तव्य है।
जवाब देंहटाएंहाँ , सकारात्मक सोच आवश्यक
जवाब देंहटाएंबहुत सही , सकारात्मक सोच आवश्यक
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