विवाह क्या है मेरे लिए
एक अनुबन्ध ,
जुड़े रहने का 
जीवन मे तुम्हारे
वंशवृद्धि को संकल्पित
एक अनुभव सब पा भी
तुम्हारे दिल के कुछ दूर
ता उम्र डेरा डाल आराम से रहना
तुम्हारे सारे मालोअसबब की सदा
बराबर की साझेदार बन इतराना
किन्तु मुझे तोड़ देता है 
अधिकारों का मकड़ जाल
नही चाहिए मुझे तुम्हारी सल्तनत
दे सको तो दिल के बाहर नही दिल मे जगह दो
मिल सको तो दिल के सारे दरवाजे मुझपर खोलो
नही चाहिए नाम और शोहरत
बस अपने दिल की धड़कन में
बसालो ताउम्र प्यार से बिताने को
         नीता झा

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