अमर शहीद जवानो को नमन - नीता झा



छलक रहे आंसू आखों में..
मन मे भरा है दृढ़ विश्वास।।
समक्ष तस्वीर के जा लगी..
हार सदासुहागन के हाथ।।
अमर शहीद की विधवा में..
भारत माता का इतिहास।।

सभी अमर शहीदों जवानों को नमन करते हुए तथा उनके परिजनों को सादर अभिवादन के साथ आज हम भारत के वीर शहीदों तथा बहादुर जवानों व उनके अपने अपनो के विषय मे चिंतन करेंगे।
   साथियों दुनियां के हर कठिन से कठिन इलाकों में हर मौसम में देश हित मे अपनी सेवाएं देना आसान नहीं वो भीअपनी तमाम सुविधाओं, प्यार, रिश्ते, दोस्ती इत्यादि  सभी सांसारिक, भावनात्मक सम्बन्धों को दिल मे बसाए अपनी बेहद दुर्गम ड्यूटी में डटे जवानों को तथा उनके परिजनों के हौसले के दम पर ही हर देश टिका है।
   कथनी और करनी में बड़ा फर्क होता है। हम जो देशभक्ति की भावनाएं महसूस करते हैं। वे उन परिस्थितियों को जीते हैं। 
   दुश्मन के मंसूबों को असफल बनाना और देश को सुरक्षित रखना उनका उद्देश्य होता है। चाहे फिर इसमे उनकी जान ही क्यों न चली जाए। गलती से कभी दुश्मन देश के हाथों पकड़े गए तो कई बार मर्मान्तक पीड़ा भी साहनी पड़ती है। इसबीच उनकी पीड़ा को महसूस करते उनके सारे अपने कितने दुखी होते हैं। इसे हम देशवासियों को महसूस करना चाहिए। भारत माता की शान युगों युगों तक बढ़ती रहे साथ ही माँ भारती की सभी देशभक्त संतानें अजर अमर रहें।
   पुनः सभी सैनिको उनके परिजनों और अमर शहीद जवानों को सादर प्रणाम करते हुए उनकी दिर्घायु, स्वस्थ, प्रसन्न रहते हुए देश सेवा में डटे रहने की महान सोच को सदर प्रणाम व शुभकामनाएं।
   चले हो सर में बांधे कफ़न..
   
   सम्हालने सरहद की दीवार।।
   
   फिक्र न करो हम हैं हरदम..
   
   तुम्हारे परिवार की बनके ढाल।।

      नीता झा

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