रंग ही तो है सजन - नीता झा
रंग ही तो है सजन सज भी तो जाओ कभी..
हमेशा उजले दिखते हो!!
मैं तो रंग गई सारी की सारी तुम्हारे रंग में..
तुम भी तो रंग जाओ!!
बस भूल ही तो जाना है अपने आप को..
मुझे सोच भूलो आप को!!
बस बदलना ही तो है थोड़ा अपने आपको..
प्यार है तो कर सकते हो!!
मैं रंग, ढंग, रिश्ते, कपड़े, घर आदतें बदली..
सादगी छोड़ रँगी सतरंगी!!
अब क्या तुम भी मुझ से हो सकते हो कभी..
पूरी तरह पहचान बदलते!!
अपनी पसंद और जरूरत, मकसद बदलते..
मेरे हो बताने चिन्ह लगाते!!
बहुत आसान है यदि प्रेम रंग हो मध्य हमारे..
सारे रंग शोभा पाएंगे तुमसे!!
मांग से हो पांव तक मैं रंगी सजन रंग तुम्हारे..
तुम भी तो मुझसे रच बस जाओ!!
रंग ही तो है सजन सज भी तो जाओ कभी..
हमेशा उजले दिखते हो!!
नीता झा
बहुत खूब 🤗👌👌
जवाब देंहटाएं